- 135 Posts
- 203 Comments
दरअसल देश की राजनीति मे मोदी जी के उदय के बाद से नया रंग आया है ।देशवासियें मे अपने बरसों के संजोये सपनों को पूरा होने की आस जागी है।सचमुच एक साल पहले ऐसा लगा था कि देश की राजनीति से अब साम्प्रदायिकता और धमर्निपेक्षता जैसे शब्द समाप्त हो जायेंगें ।इन्ही शब्दों ने आजादी के बाद से देशवासियें को बहुत छला है ।देश मे केवल विकास पर बात हेगी । हर दल मजबूर होगा कि वह विकास अपना वीजन पेश करे ।लेकिन चुनाव जीतने की मजबूरी मे एक बार फिर से वही चलन शुरू हो गया जिसके बंद होने की आस थी ।तमाम सघ्रगठन और नेता अनावश्यक बातें करके मोदी का काम मुश्किल करते रहते हैं । मेदी जी की चुप्पी पर तमाम लोगो को ये लगने लगता है कि इस मे उनकी सहमति है । अगर वह एक दो बार कड़ी नसीहत देदें या कड़ी कार्यवाही कर देतो ये लोग अपने निजी फायदे के लिये सिर ना उठायें ।दूसरे दलों के आजम खां जैसे नेताओं प्र भी आसानी से लगाम लग जायेगी । देश का माहौल भी नही खराब होगा । इससे देश की अवाम का बड़ा फायदा होगा ।मोदी जी की यही नसीहत पहले आ जाती तो शायद संगीतसोम ,ओवैसी और आजम को जनता को बरगलाने का मौका नही मिलता ।बहरहाल ये विशाल भारत -हम सब का भारत हमेशा साझी संकृति के पुरातन रास्ते पर चजता रहेगा और विरोधी कभी अपने मकसद मे कामयाब नही होगें ।बस देश का विकास और जनता की परेशानी कम होती रहे ।मोदी जी की तमाम येजनाओं का भी लोगों को लाभ मिल सकेगा ।
** शाहिद नकवी **
Read Comments